
पहली बार चांद का चक्कर लगाने वाले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री फ्रेंक बोरमैन ने 50 साल बाद खुलासा किया कि अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में भेजने का अमेरिका का मकसद सोवियत संघ से आगे निकलना था, न कि चांद पर इंसान को उतारना। 90 साल के बोरमैन ने बताया- केवल 30 सेकंड के लिए अंतरिक्ष में जाना रोमांचक था। इसके बाद मैं बोर होने लगा था। बोरमैन 1968 में अमेरिका के अपोलो-8 मिशन का हिस्सा थे।
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from दैनिक भास्कर https://www.bhaskar.com/world-news/news/apollo-8-astronaut-says-go-in-space-was-the-adventure-of-30-seconds-5949701.html
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